भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र का वेद्युत, इलेक्ट्रॉनिकी, यंत्रीकरण और संगणक अनुसंधान और विकास क्रमादेशन (programming) परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने पर केंद्रित है, और इसके परिणामस्वरूप विभिन्न स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का विकास हुआ है।
परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में, परमाणु रिएक्टरों के लिए PHWR, AHWR, LWR, PFBR से लेकर नई पीढ़ी के अनुसंधान रिएक्टरों और पुनस्संसाधन सुविधाओं के लिए सी एंड आई सेवाकालीन निरीक्षण प्रणालियों सहित कई नियंत्रण और यंत्रीकरण प्रणालियाँ अभिकल्प, विकसित और नियोजित की गयी थी। परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए अनुकारक (simulator) का विकास बहुत अहम है क्योंकि वे व्यक्तिगत रिएक्टर और रिएक्टर ऑपरेटरों के लाइसेंस के लिए सर्वोत्तम प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करते हैं।
इन क्षेत्रों में प्रबल विशेषज्ञता के साथ, कई पूर्ण प्रणालियों के साथ-साथ व्यक्तिगत घटकों को भी परमाणु रिएक्टरों, परमाणु ईंधन चक्र सुविधाओं और त्वरक में अभिकल्प, विकसित और नियोजित किया गया था, जो अत्याधुनिक कौशल और प्रतिबद्धता की मांग करते हैं।
मूल दक्षताएं एक विस्तृत स्पेक्ट्रम को कवर करती हैं और इसमें प्रक्रम संवेदक, विकिरण संसूचक, परमाणु उपकरण, माइक्रो इलेक्ट्रानिकी, एमईएमएस, अन्तःस्थापित वास्तविक काल प्रणाली, प्रतिरूपण और अनुकरण, कंप्यूटर नेटवर्क, उच्च समेकित सॉफ्टवेयर अभियांत्रिकी, उच्च निष्पादन DAQ प्रणाली, उच्च वोल्टता आपूर्ति, अंकीय संकेत प्रक्रमण, प्रतिबिम्ब संसाधन, डीप लर्निंग, गति नियंत्रण, सुरक्षा इलेक्ट्रॉनिकी, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिकी आदि शामिल हैं।
इन प्रौद्योगिकियों में अग्रणी होने के नाते, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की विभिन्न मेगा विज्ञान परियोजनाओं जैसे- CERN, INO, ITER, LEHIPA, FAIR, MACE, आदि के साथ सहयोग के लिए योगदान दिया है।
एक राष्ट्रीय प्रयोगशाला होने के नाते, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र हमेशा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राष्ट्रीय पहल का समर्थन करने के लिए सहयोग करता है। अन्य वैज्ञानिक एजेंसियों के साथ सहयोग असंख्य हैं, जहां ज्ञान के साथ-साथ प्रौद्योगिकी भी साझा की जाती है। अन्वेषकों के लिए स्थिरीकरण प्रणालियों का विकास, एलसीए मल्टी-मोड राडार के लिए एंटीना प्लेटफार्म यूनिट, IDSN32 के लिए सर्वो सिस्टम- 32 मीटर एंटीना जो चंद्रयान-I और मंगलयान को ट्रैक करता था, तेल पाइप लाइन निरीक्षण के लिए मापयंत्र PIG, MACE दूरबीन के लिए सर्वो नियंत्रण और कैमरा इलेक्ट्रॉनिकी, विकिरणमिति और विकिरण अनुवीक्षण प्रणाली आदि उनमें से कुछ हैं।
बहु-विषयक गतिविधियों का समर्थन करने के लिए कंप्यूटिंग और संचार सुविधाओं की बढ़ती जरूरतों को पूरा करना एक कठिन कार्य है। भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में अनुपम सुपरकंप्यूटर परियोजना पिछले कुछ दशकों से इस बढ़ती मांग को पूरा कर रही है। सुरक्षा नेटवर्क अभिगम प्रणाली संगठन के सूचना सुरक्षा पहलुओं को नियन्त्रित करता है। यंत्र-शिक्षण, हाई-एंड वैज्ञानिक चाक्षुषिकरण (Visualization), नेटवर्क सुरक्षा, सूचना सुरक्षा, चिकित्सा प्रतिबिम्बन (medical imaging) सॉफ़्टवेयर, उन्नत डाटाबेस प्रणाली और अन्य उभरते क्षेत्रों में भी अनुसंधान और विकास किया जाता है।
ऐसी इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली का अभिकल्पन जो कठोर वातावरण का सामना कर सके, हमेशा एक चुनौती होती है। तकनीकी से सम्पन्न ऐसे वातावरणों के लिए ऐसी कई प्रणालियाँ अभिकल्प, विकसित और नियोजित की गईं। विशेष उद्देशीय रिएक्टरों के लिए अन्तःस्थापित प्रणाली, प्रक्रम सम्वेदक, उच्च तापमान विखंडन कक्ष, ईंधन नियंत्रण, उच्च तापमान तरल सोडियम के अंतर्गत प्रचालित पराध्वनि क्रमवीक्षक (ultrasound scanners) आदि कुछ उदाहरण हैं।
परमाणु प्रौद्योगिकियों की सफलता, सुरक्षा क्रांतिक प्रणालियों के विकास पर निर्भर करती है। कई सुरक्षित और संरक्षित PLCs घरेलू उपयोग के साथ-साथ औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए विकसित किए गए।
विभिन्न प्रौद्योगिकी व्युत्पन्नों में औद्योगिक, चिकित्सा, परिवहन, सुरक्षा, एयरो-स्पेस और रक्षा अनुप्रयोगों के लिए विकसित उत्पाद शामिल हैं। सामान्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद जैसे अर्हता क्रमादेशनीय तर्क नियंत्रण प्लेटफॉर्म (TPLC-32), सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों में नियोजन के लिए उपयुक्त, अभिक्रियता मापी, मशीनरी संरक्षण प्रणाली, शारीरिक सुरक्षा के लिए सुरक्षा गैजेट्स, अभिगम नियंत्रण प्रणाली, परिमाप अतिक्रमण संसूचन प्रणाली, सीसीटीवी और वीडियो निगरानी सिस्टम, क्रमवीक्षण इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी, वीएचएफ संचार प्रणाली स्वदेशीकरण प्रक्रिया का भाग है।
प्रणोद क्षेत्र (Thrust Areas)